March 14, 2025

अन्य महत्वपूर्ण प्रवृत्तियां

योग प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन समय-समय पर गुरुकुल द्वारा किया जाता है जिनमें अनेकों साधक भाग लेकर लाभ उठाते हैं ।
1. आर्य वीर प्रशिक्षण, चरित्र निर्माण शिविरों का आयोजन किया जाता है जिनमें किशोरों को वैदिकधर्म, संस्कृति, सभ्यता, इतिहास, आत्मरक्षा आदि का प्रशिक्षण व परिचय दिया जाता है।
2. पुरोहित प्रशिक्षण शिविर, उपनिषद् कथा, वैदिक दिनचर्या शिविर आदि का अयोजन किया जाता है जिसमें जिज्ञासु भाग लेकर लाभ उठाते है।
3. व्याकरण संगोष्ठी, दर्शन संगोष्ठी, वेद संगोष्ठी के आयोजन में पधारे विद्वान् शोध पत्र का वाचन करते हुए इनके गूढ़तम रहस्यों को प्रकट करते हैं। वेद संगोष्ठी में आमंत्रित वैदिक विद्वानों द्वारा चारों वेदों के मन्त्रों का सस्वर पाठ किया गया।
4. यज्ञ के आयोजन में बहुसंख्य यजमान भाग लेकर अपने-अपने यज्ञकुण्डों में आहुतियां प्रदान करते हैं ।
5. न केवल देश भर के विभिन्न प्रान्तों में योग, यज्ञ व वैदिक संस्कृति का प्रचार किया अपितु विदेशों में भी पूज्य स्वामी ऋतस्पति परिव्राजक आदि आचार्यों के द्वारा आध्यात्मिकता व दार्शनिकता का प्रचार किया जाता है।
6. जिज्ञासुओं की शंकाओं का समाधान प्रवचनों व शंका समाधान कार्यक्रम के साथ ही पत्राचार के माध्यम से तथा व्यक्तिगतरूप से मिलकर किया जाता है।
7. संस्कृत सम्भाषण व शास्त्र अध्ययन शिविरों का समय-समय पर सफल आयोजन करके छात्रों व शिविरार्थियों को संस्कृत सम्भाषण व शास्त्रों की योग्यता प्रदान की जाती है। वृक्षारोपण, कृषि कार्य, गो सेवा, मानव सेवा। आदि का प्रशिक्षण छात्रों को दिया जाता है।
8. निशुल्क साहित्य वितरण व आधे मूल्य पर विक्रय हेतु साहित्य उपलब्ध करवाना।